भारतीय आरक्षित वाहिनी, लक्षद्वीप, दमन और दीव और दादरा और नगर हवेली २ फरवरी १९९६ को भारत सरकार के आदेश से १९९६ में मंजूरी दी गई थी। भारतीय आरक्षित वाहिनी की तैनाती लक्षद्वीप में ०३ (तीन) कंपनियों और दानह और दमन एवं दिव के लिए ०४ (चार) कंपनियों की अनुपात में दो केंद्र शासित प्रदेशों के लिए साझा की गई है। यह भर्ती वर्ष १९९९ से चार चरणों में की गई थी और भर्ती में (बी॰ एस॰ एफ) BSF प्रशिक्षण संस्थानों जैसे STC BSF बैंगलोर, टेकनपुर और जोधपुर में बुनियादी प्रशिक्षण दिया गया था। भारतीय आरक्षित वाहिनी को १६/१२/२००० को तत्कालीन माननीय गृह मंत्री श्री लालकृष्ण आडवाणी के द्वारा राष्ट्र को समर्पित किया गया था।